हाँ भैया, तो हम ब्लॉगर का ट्रान्सलिट्रेशन टूल का प्रयोग करके ये ब्लॉग पोस्ट कर रहे हैं। मज़ा आ गया क़सम से इससे लिखने में। ये तो सच में बड़ी मजेदार स्टाइल है, और कंप्यूटर में किसी सेटिंग को बदलने कि भी कोई ज़रूरत नहीं है। यानी कि अब किसी भी कंप्यूटर पर बैठ कर इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। |
Thursday, March 08, 2007
ब्लॉगर पर हिंदी का ट्रान्सलिट्रेशन टूल प्रयोग का prayas
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5 टिप्पणियाँ:
भाषा सीखने की आपकी क्षमता को सादर साधुवाद. :) हा हा!!
चलो अच्छा हुआ जो काम ब्लागर आ गया अब तो
वगरना हिन्दी लिखने को न जाने हम कहां जाते
आपने अपनी बात इतनी संक्षेप मे लिख दी की बात समझ मे ही नही आयी। चार-पाँच वाक्य और होने चाहिये थे।
फिर भी उत्सुकता तो जाग ही गयी है।
बन्धुवर, दूसरी पोस्टें पढ़ने के बाद बात समझ मे आ गयी कि ब्लागस्पाट ने एक हिन्दी ट्रन्सलिटरेशन टूल पैदा किया है।
--x--
और हाँ, ये शीर्षक में 'प्रयास' के बजाय 'prayas' जानबूझकर लगाया है क्या?
नहीं वो गलती से था :) ।
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