अब और क्या कहें? वहाँ दिल्ली मे हमारी सरकार आरक्षण का बिल केबिनट की बैठक में पास करने जा रही है और इधर भारतवासियों को मूर्तियों को दूध पिलाने से फुरसत नहीं है। मुझ् लगता है कि भारत की अधिकतर जनता इतनी हताश हो चुकी है कि उसका भरोसा अब सिर्फ इन टोने टोटकों पर रह गया है। अब भगवान के धरती पर आने की ही प्रतीक्षा है। |
Sunday, August 20, 2006
हिन्दुस्तान का असमंजस ः भगवान भी मूर्ख बनाने आ पहुँचे
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3 टिप्पणियाँ:
कौए सब जगह काले होते हैं. चमत्कारों पर भारतीय ही नहीं खुद को आधुनिक समझने वाले समाज भी अंधाविश्वास करते हैं. मुर्ति से वाइन निकलने वाली घटना ज्यादा पुरानी नहीं हैं.
मिडीया लगातर यह भी बता रहा था की यह चमत्कार नहीं हैं.
God has always blessed India as it is getting stronger day by day- despite all these problems.
Sanjay Jee! Others have been gripped by misbeliefs that doesn't justify us doing the same!
Ratna Jee! Very true that Gods have blessed India and probably that's the only reason for us surviving else we have done everything to hurt it, unfortunately. If God had to bless India, he would have supplied food to poors rather than drinking and finishing milk.
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